
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर लंबी और सार्थक बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। यह चर्चा ऐसे समय में हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस से तेल आयात को लेकर भारत पर टैरिफ बढ़ाने की बात कही है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ बहुत अच्छी और विस्तृत बातचीत हुई। मैंने यूक्रेन के ताजा हालात पर जानकारी साझा करने के लिए उनका आभार जताया। हमने द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने और भारत-रूस की विशेष साझेदारी को और गहरा करने का संकल्प दोहराया। मैं इस साल के अंत में राष्ट्रपति पुतिन को भारत में स्वागत करने के लिए उत्साहित हूं।”

डोभाल की मॉस्को यात्रा और पुतिन से मुलाकात
गुरुवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मॉस्को में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा, व्यापार और ऊर्जा सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा की। रूसी मीडिया स्पूतनिक द्वारा जारी एक वीडियो में डोभाल ने भारत-रूस संबंधों को “बेहद खास और ऐतिहासिक” बताया। उन्होंने कहा, “हमारी साझेदारी समय की कसौटी पर खरी उतरी है। हम राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिसकी तारीखें लगभग तय हो चुकी हैं।”
पुतिन की भारत यात्रा की पुष्टि
राष्ट्रपति पुतिन इस साल के अंत में भारत का दौरा करेंगे। रूसी समाचार एजेंसी तास ने डोभाल के हवाले से इसकी जानकारी दी थी, जिसे अब पीएम मोदी और पुतिन की बातचीत ने और पक्का कर दिया। डोभाल ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से भी मुलाकात की और कहा, “हमारे देशों के बीच रिश्ते अब बहुत खास हो गए हैं। हम उच्च स्तरीय संवाद और मजबूत साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं।” यह यात्रा खास तौर पर इसलिए अहम है क्योंकि अमेरिका ने भारत के रूस से तेल खरीदने पर सवाल उठाए हैं और टैरिफ बढ़ाने की बात कही है।
ट्रम्प के टैरिफ और भारत-रूस संबंध
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस से तेल आयात को लेकर भारत पर पहले 25% और फिर 50% टैरिफ लगाने की बात कही है। फिर भी, भारत और रूस के बीच रणनीतिक दोस्ती मजबूत बनी हुई है। भारत रूस से बड़ी मात्रा में तेल खरीदता है। भारत रूस से पहले बहुत कम तेल खरीदता था, लेकिन मई 2023 तक यह बढ़कर 45% (20 लाख बैरल प्रतिदिन) हो गया। जनवरी से जुलाई 2025 तक भारत रोजाना 17.8 लाख बैरल तेल रूस से ले रहा है। बीते दो सालों में भारत ने हर साल 11.33 लाख करोड़ रुपये से अधिक का रूसी तेल खरीदा।
2024 में मोदी की रूस यात्राएं
साल 2024 में पीएम मोदी ने दो बार रूस का दौरा किया। पहला दौरा जुलाई में हुआ, जब उन्होंने पुतिन से मुलाकात की और उन्हें भारत आने का न्योता दिया। दूसरा दौरा 22 अक्टूबर को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए था। इन मुलाकातों ने दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत किया।
पुतिन की विदेश यात्राओं पर ICC का प्रभाव
मार्च 2023 में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने यूक्रेन में बच्चों के अपहरण और निर्वासन के आरोपों में पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। यह पहला मौका था जब ICC ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के किसी स्थायी सदस्य देश के नेता के खिलाफ ऐसा कदम उठाया। इसके बाद से पुतिन ने विदेश यात्राओं से परहेज किया है। पिछले साल वे भारत में G20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए थे और उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव आए थे। इस साल ब्राजील में होने वाली G20 बैठक में भी उनके शामिल होने की संभावना कम है।