
मथुरा: राष्ट्रीय भारतीय महिला फेडरेशन (एनएफआईडब्ल्यू) ने गुरुवार को मथुरा में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार, बालिका अपहरण, किसानों की समस्याओं और पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ आवाज बुलंद की। संगठन की जिला संयोजक राधा चौधरी की अगुवाई में बड़ी संख्या में महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें चार प्रमुख मांगें रखी गईं।
प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सख्त रुख अपनाया। पहली मांग में, कुछ कथावाचकों और व्यक्तियों द्वारा बालिकाओं के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा की गई। राधा चौधरी ने कहा, “ऐसी टिप्पणियां समाज में महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाती हैं। हम मांग करते हैं कि दोषियों की जांच हो और उन पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।”
दूसरी मांग वृंदावन में हाल ही में एक नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले से जुड़ी है। संगठन ने प्रशासन से अपहरणकर्ताओं की तुरंत गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके।
तीसरी मांग मधुत क्षेत्र में भारी बारिश के कारण फसलों को हुए नुकसान को लेकर थी। प्रभावित किसानों को तत्काल आर्थिक सहायता और मुआवजा देने की मांग की गई। राधा ने कहा, “किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उनकी मेहनत को बर्बाद होने से बचाने के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने चाहिए।”
चौथी मांग अड़ीग क्षेत्र में एक निर्दोष व्यक्ति के साथ पुलिस द्वारा कथित मारपीट के मामले से संबंधित थी। संगठन ने इस घटना की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों को नौकरी से हटाने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान राधा चौधरी ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि इन मांगों पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई, तो एनएफआईडब्ल्यू बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेगा। उन्होंने कहा, “हम चुप नहीं बैठेंगे। महिलाओं और किसानों के हक के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।” इस मौके पर संगठन की कई अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थीं, जिन्होंने एकजुटता दिखाते हुए नारे लगाए और अपनी मांगों को दोहराया।