
अलीगढ़ का मौसम राखी के दिन से ही ठंडा हो गया है, जिससे यहां के लोगों को गर्मी से राहत मिली है। इस दिन हुई बारिश ने न सिर्फ तापमान को कम किया, बल्कि खेतों और फसलों को भी सुखद प्रभाव पहुंचाया है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी बारिश की संभावना जताई है, जिसके चलते ग्रामीणों और शहरवासियों दोनों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पिछले कुछ दिन तक अलीगढ़ में मौसम सुस्त और गर्म बना हुआ था, लेकिन शुक्रवार को अचानक मौसम ने करवट ली। मौसम विभाग के अनुसार इस दिन जोरदार बारिश हुई, जिसने पूरा माहौल बदल दिया। शनिवार को भी घने बादल छाए रहे और कई जगहों पर रुक-रुककर बारिश होती रही। इस जलवायु परिवर्तन के कारण लोगों ने उमस भरी गर्मी से कुछ हद तक राहत पाई।
रक्षाबंधन के दिन शनिवार को अलीगढ़ में कुल मिलाकर 20.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो मानसून की सक्रियता का संकेत है। बारिश के कारण तापमान में काफी गिरावट आई है। रविवार को मौसम विभाग ने बताया कि अलीगढ़ का अधिकतम तापमान लगभग 34.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा जबकि न्यूनतम तापमान में भी 3 डिग्री से अधिक की कमी देखने को मिली। यह गिरावट पिछले 24 घंटों में की गई माप के अनुसार अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
मौसम विभाग ने रविवार को भी अलीगढ़ में बादल छाए रहने और कुछ इलाकों में हल्की वर्षा या गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई है। बिजली गिरने के खतरे को लेकर भी लोगों को सचेत रहने को कहा गया है। ऐसे मौसम में खेतिहर काम करने वाले किसानों को भी सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि भारी बारिश के कारण फसलों को नुकसान भी हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, लखीमपुर खीरी, महाराजगंज, बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, पीलीभीत, इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, बदायूं, संभल, गौतमबुद्ध नगर, हाथरस, एटा और कासगंज जैसे जिलों में बारिश के चलते सतर्कता बरतने की अपील की है। इन सभी क्षेत्रों में लोगों से नमी और ठंड के साथ तेज हवा, बिजली गिरने तथा असावधानी से बचने को कहा गया है।
पिछले कुछ समय से उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसका असर बारिश के रूप में दिख रहा है। इस कारण तापमान में गिरावट बनी हुई है और यह फसलों के लिए भी लाभकारी साबित हो सकता है। हालांकि, अधिक बारिश से कुछ स्थानों पर फसलें प्रभावित भी हो सकती हैं, इसलिए किसानों को अपने खेतों की देखभाल विशेष रूप से करनी होगी।
अलीगढ़ के मौसम विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम विभाग की जारी चेतावनियों को गंभीरता से लें। खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले और कृषि से जुड़े लोग बारिश के समय काम में सावधानी बरतें। इसके अलावा तेज हवा, बिजली गिरने और नमी से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए सावधानी रखना जरूरी है।
सड़क यातायात में भी इस मौसम में असावधानी से बचने की आवश्यकता है क्योंकि भीगी सड़कों पर गाड़ी चलाना खतरनाक हो सकता है। लोगों को तेज बारिश में बाहर निकलते समय सुरक्षित जगहों की ओर महत्त्व देना चाहिए। यह मौसम बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए भी विशेष ध्यान मांगता है, ताकि उन्हें ठंड और नमी की वजह से कोई स्वास्थ्य समस्या न हो।
हर साल मानसून के दौरान मौसम में बदलाव से खेती, जीवनशैली और स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। इस बार की बरसात ने अलीगढ़ सहित आसपास के इलाकों में उमस और गर्मी को कम करके राहत दी है। तैयारियों में रहना, मौसम की जानकारी से अपडेट रहना और आवश्यक सावधानी अपनाना हर व्यक्ति के लिए जरूरी है।
संक्षेप में कहें तो, राखी के दिन शुरू हुई बारिश से अलीगढ़ में ठंडक बनी है और मौसम विभाग की भविष्यवाणियों के आधार पर आने वाले कुछ दिनों तक बारिश और बादलों का सिलसिला जारी रहेगा। इसलिए लोगों को चाहिए कि वे मौसम की बदलती परिस्थितियों का ध्यान रखें और सावधानीपूर्वक कार्य करें ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। इस मौसम की उपस्थिति किसानों के लिए उम्मीद लेकर आई है, वही ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लोगों को भी राहत मिली है।
इस प्रकार मौसम विभाग की सभी चेतावनियों का पालन करना और मौसम के अनुसार व्यवहार करना जरूरी है ताकि इस बदलते मौसम का पूरा लाभ लिया जा सके और किसी भी तरह के नुकसानी से बचा जा सके।