
अलीगढ़: दरोगा से मारपीट करने वाला प्रधान फरार, गिरफ्तारी को पुलिस का शिकंजा कसा अलीगढ़ में रक्षाबंधन के दिन हुई दरोगा पिटाई की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। दादों थाना क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात सब-इंस्पेक्टर राजवीर सिंह पर ग्राम प्रधान देवेंद्र यादव और उसके समर्थकों ने खुलेआम हमला कर दिया था। वर्दी फाड़ने और लाठी-डंडों से पिटाई के आरोप में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन आरोपी प्रधान अब भी फरार है। गिरफ्तारी के लिए दो विशेष टीमों का गठन कर दबिश दी जा रही है, वहीं ग्रामीणों में घटना को लेकर तनाव बना हुआ है।पुलिस ने उस पर और उसके साथियों पर मुकदमा दर्ज करते हुए लगातार दबिश बढ़ा दी है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है।
रक्षाबंधन पर हुई थी वारदात
घटना 9 अगस्त, रक्षाबंधन के रोज़ की है। उस दिन राजवीर सिंह आलमपुर चौराहे पर ड्यूटी पर तैनात थे। तेज बारिश होने पर वे पास की एक साड़ी की दुकान के बाहर रखी कुर्सी पर बैठ गए। तभी नगरिया सिहानी गांव के प्रधान देवेंद्र यादव अपने 10-12 समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और बिना किसी बहस के दरोगा पर टूट पड़े।
मारपीट इतनी गंभीर थी कि आरोपियों ने दरोगा को चौराहे से दौड़ाकर आलमपुर–हरदोई रोड तक पीटा, डंडे चलाए और वर्दी तक फाड़ दी। किसी तरह जान बचाकर दरोगा वहां से हटे। घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी पहुंचे और घायल दरोगा को छर्रा सीएचसी भेजा गया।
प्रधान और दरोगा के आरोप–प्रत्यारोप
हमले के बाद दरोगा की तहरीर पर प्रधान व उनके साथियों पर हमला, सरकारी कार्य में बाधा डालने और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया।
इधर, प्रधान ने भी दरोगा पर आरोप मढ़े कि वे उनके भांजे की दुकान से 15 हज़ार रुपये का मोबाइल 10 हज़ार में लेना चाहते थे और मना करने पर उन्होंने भांजे की बाइक का भारी चालान कर दिया। पुलिस इन दावों की भी जांच कर रही है।
लाइन हाजिर को लेकर उलझन
वारदात के बाद यह चर्चा शुरू हो गई थी कि दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है, लेकिन मंगलवार को अधिकारियों ने साफ किया कि यह एक clerical गलती थी। राजवीर सिंह की थाने से तैनाती नहीं बदली गई है और वे दादों थाने में ही ड्यूटी देंगे।
गिरफ्तारी के लिए बनीं विशेष टीमें
सीओ धनंजय सिंह ने बताया कि आरोपी प्रधान की गिरफ्तारी के लिए दो टीमों का गठन किया गया है और कई इलाकों में दबिश दी जा रही है। फिलहाल आरोपी फरार है, लेकिन पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
इलाके में तनाव, लोग कर रहे सख्त कार्रवाई की मांग
प्रधान और उसके समर्थकों की इस हरकत से दादों क्षेत्र में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को तुरंत सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि कोई भी कानून को चुनौती देने की हिम्मत न करे।
अधिकारियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।